हरिओम कुमार
हरनौत (नालंदा)।जिले में डेंगू के मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में है। वहीं स्थानीय प्रखंड में इन दिनों विभिन्न पंचायतों में जगह-जगह पईन , तलाब , खेत , नदी समेत अन्य जलाशयों में बारिश व बाढ़ का पानी भरा है। इससे मच्छर जनित बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना हुआ है। डेंगू के दो केस आने को लेकर व मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए गांव के टोले में मंगलवार को फोगिंग किया गया।
पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि अचानक तेज बुखार आना , छाती व उपर के हिस्सों में दानों का निकलना , आंखों के पिछले हिस्से में जोर का दर्द ,भूख न लगना, जी मिचलाना, उल्टी आना आदि डेंगू के लक्षण है। वहीं ठंड लगकर बुखार आना ,शरीर में दर्द, सिर दर्द व उल्टी आना ,पसीना आकर बुखार कम होना , कमजोरी महसूस होना मलेरिया हो सकता है।
प्रभारी ने बताया इसके बचने के लिए अपने आस पास पानी जमा न होने दे, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें , दिन के समय पूरी बाजू के कपड़े पहने ,घरों में मच्छर नाशक दवाई का छिड़काव करें , – कूलर, होदी या पानी से भरे हुए बर्तन को खाली रखें व जहां पानी जमा है वहां कीटनाशक डाल दें या पानी खाली कर दें।
वहीं पीएचसी के केटीएस शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि मुबारकपुर गांव में चार-पांच दिन पहले एक डेंगू का केस मिला था।जहां जिला प्रशासन के निर्देशानुसार मच्छरों से बचाव के लिए फोगिंग व दवा का छिड़काव किया गया। उन्होंने कहा दस दिन पूर्व रामसंग-डिहरा गांव में एक मरिज डेंगू का मिला था।जहां फोगिंग किया गया। उन्होंने कहा दोनों का जांच पटना में हुआ था जहां डेंगू का केस मिला
उन्होंने कहा दोनो कि स्थिति सामान्य है।
मच्छरों से बीमारी का बढ़ा खतरा , हुआ फॉगिंग,मिला डेंगू का दो मरीज
Written by Sanjay Kumar
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