हरिओम कुमार
हरनौत (नालंदा)। शनिवार को लोयोला स्कूल, हरनौत के प्रांगण में एक दिवसीय अंतर जिला स्तरीय निजी विद्यालयी खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता पटना महाधर्मप्रांत शिक्षा परिषद के तत्वावधान में लोयोला स्कूल के सौजन्य से आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में नालंदा, मुंगेर, पटना, गया, नवादा, शेखपुरा और जहानाबाद जिलों की कुल 32 टीमों के 384 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन महाधर्मप्रांत शिक्षा परिषद, पटना के अध्यक्ष सेवास्टियन के., निदेशक फादर जेम्स जॉर्ज, और स्कूल के प्रिंसिपल फादर आसित लकड़ा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद प्रेयर डांस, मुख्य अतिथि का संबोधन, और शपथ ग्रहण समारोह हुआ।
खेल में 32 टीमों ने लिया भाग
लोयोला स्कूल के प्रिंसिपल फादर आसित लकड़ा ने बताया कि यह प्रतियोगिता अंतर जिला स्तरीय थी, जिसमें 32 टीमों के कुल 384 खिलाड़ियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के लिए स्कूल परिसर में चार कोर्ट बनाए गए थे, जिनमें दो कोर्ट पर लड़कों की और दो कोर्ट पर लड़कियों की टीमों ने खेला। सभी खिलाड़ी अंडर-14 आयु वर्ग के थे, जो नालंदा, मुंगेर, पटना, गया, नवादा, शेखपुरा, और जहानाबाद जिलों से आए थे।
फाइनल मुकाबले और विजेताओं की घोषणा
फाइनल मुकाबले तीन इनिंग्स के खेले गए। लड़कियों की श्रेणी में फाइनल मुकाबला संत जोसेफ स्कूल बाढ़ (पटना) और क्रेन स्कूल शेरघाटी (गया) के बीच हुआ। इस मुकाबले में क्रेन स्कूल ने 9-7 के स्कोर से जीत हासिल की। वहीं, लड़कों की श्रेणी में फाइनल मैच संत मैरी स्कूल मसौढ़ी (पटना) और क्रिस्टी राजा स्कूल बरियारपुर (मुंगेर) के बीच खेला गया। इस मैच में संत मैरी स्कूल ने 11-7 के स्कोर से जीत दर्ज की।
विजेता और उपविजेता टीमों का सम्मान
प्रिंसिपल फादर आसित लकड़ा ने बताया कि फाइनल मुकाबले में विजेता और उपविजेता टीमों को ट्रॉफी और मेडल देकर सम्मानित किया गया। साथ ही सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों को भी सम्मानित किया गया।
तकनीकी टीम की भूमिका
इस प्रतियोगिता के दौरान 16 तकनीकी जानकारों को भी नियुक्त किया गया, जिनमें अंपायर, टाइमकीपर, रेफरी, स्कोरर, और टीम कैप्टन शामिल थे। इनमें राजेश केवट, अशोक प्रियदर्शी, अनिल कुमार, अमित कुमार, वीर कुंवर, भवेश कुमार, दिनेश कुमार, और दीपक कुमार जैसे लोग मुख्य भूमिका में थे।
प्रतियोगिता के सफल आयोजन से खिलाड़ियों और दर्शकों में काफी उत्साह देखा गया, और इस आयोजन को क्षेत्र में खेलों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।