प्रेम कुमार
बिहारशरीफ। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने मंगलवार को सिलाव प्रखंड स्थित मोहनपुर मत्स्य हैचरी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने हैचरी की सुविधाओं, कार्यप्रणाली और समस्याओं का गहनता से जायजा लिया। जिलाधिकारी ने हैचरी के संचालक और कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और समाधान का आश्वासन दिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने हैचरी में स्वच्छता और सुरक्षा के उपायों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नालंदा जिले में मछली पालन उद्योग स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां की जलवायु और जल संसाधन मछली पालन के लिए आदर्श हैं, जिससे यह क्षेत्र रोजगार का एक प्रमुख साधन बन गया है।
50 लाख मत्स्य बीज उत्पादन का नया रिकॉर्ड
मोहनपुर मत्स्य हैचरी के संचालक शिवनंदन प्रसाद उर्फ शिवजी ने जानकारी दी कि इस वर्ष हैचरी ने 50 लाख से अधिक मत्स्य बीज का उत्पादन किया है, जो एक नया रिकॉर्ड है। उन्होंने बताया कि हैचरी में आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षित कर्मचारियों की मदद से उच्च गुणवत्ता वाले मत्स्य बीज का उत्पादन किया जाता है। ये बीज पूरे राज्य में मत्स्य पालन के लिए उपयोग किए जाते हैं।
जिलाधिकारी ने दी बधाई
जिलाधिकारी ने इस उपलब्धि पर मोहनपुर मत्स्य हैचरी के कर्मचारियों और अधिकारियों को बधाई देते हुए इसे नालंदा जिले के मछली पालन क्षेत्र के लिए एक नई शुरुआत बताया। उन्होंने मत्स्य बीज उत्पादन को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय विकास के लिए आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्रीकांत खंडेवार, जिला मत्स्य पदाधिकारी शंभु कुमार और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।