इस्लामपुर में विकास के दावों की पोल खोलती सड़कों की हकीकत

Written by Sanjay Kumar

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मोहम्मद जियाउद्दीन
इस्लामपुर(नालंदा)। नगर परिषद इस्लामपुर में विकास के दावों की असलियत मोहल्ला बरडीह मठ में सड़क निर्माण कार्य ने उजागर कर दी है। नगर परिषद के वार्ड नंबर 5 में हो रहे सड़क ढलाई कार्य में अधूरे मानकों का पालन किया जा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क की सोलिंग में अधूरी ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह काम नगर परिषद अध्यक्ष किरण देवी के प्रतिनिधि पप्पू कुमार के निर्देश पर हो रहा है। चुनाव के दौरान किरण देवी ने वादा किया था कि वे इसलामपुर नगर की तस्वीर बदल देंगी। लेकिन बरडीह मठ में हो रहे इस कार्य को देखकर लोगों का कहना है कि तस्वीर बदलने के बजाय समस्याएं और बढ़ रही हैं।

जनता का डर और प्रशासन की निष्क्रियता

मोहल्लेवासियों का कहना है कि नगर परिषद अध्यक्ष के पति का ऐसा दबदबा है कि लोग खुलकर शिकायत करने से डरते हैं। स्थिति यह है कि अधिकारी भी इस मसले पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अक्सर कार्यालय से बाहर नहीं निकलते और योजनाओं का जमीनी सत्यापन करने में रुचि नहीं दिखाते।

पुराने वार्डों में अब भी अधूरी बुनियादी सुविधाएं

इसलामपुर नगर परिषद में 26 वार्ड हैं, लेकिन पुराने 19 वार्डों की स्थिति आज भी बदतर है। यहां की गलियों में न तो सड़कों की सही हालत है और न ही फुटपाथ। हर साल विकास के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, लेकिन वह विकास जमीन पर नजर नहीं आता।

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल

स्थानीय विधायक और सांसद भी इन मुद्दों पर मौन साधे हुए हैं। जनता अब जानना चाहती है कि आखिर यह खामोशी क्यों है और उनके द्वारा चुने गए प्रतिनिधि कब उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।

इसलामपुर नगर परिषद के विकास कार्यों पर उठ रहे सवाल प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर रहे हैं।

Sanjay Kumar

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