संजय कुमार
बिहारशरीफ।आज शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा जिला के राजगीर में आयोजित विश्व शांति स्तूप की स्थापना के 55वें वार्षिकोत्सव में भाग लिया। इस समारोह में देश-विदेश से, विशेषकर जापान से आए अनेक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में इस ऐतिहासिक अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं और जापानी अतिथियों का विशेष स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1969 में जापान के फियूजी गुरुजी ने इस स्तूप का निर्माण कराया था, जिसका उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति वी. वी. गिरी द्वारा 25 अक्टूबर 1969 को किया गया था। इस स्तूप की 50वीं वर्षगांठ के समय वर्ष 2019 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की थी। नीतीश कुमार ने राजगीर के विकास से जुड़े विभिन्न कार्यों को गिनाया और बताया कि बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थलों का सौंदर्यीकरण एवं विस्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि राजगीर का भगवान बुद्ध से गहरा संबंध है। बुद्ध वेणुवन में रहे, जहाँ उनका निवास स्थल आज भी संरक्षित है। मुख्यमंत्री ने बताया कि गृद्धकूट पर्वत पर जाने के रास्ते को सुधार कर इसे पर्यटकों के लिए सुगम बनाया गया है। इसके साथ ही घोड़ाकटोरा में भगवान बुद्ध की 50 फीट ऊँची प्रतिमा लगाई गई है, जो इस क्षेत्र के बौद्ध धरोहर को और समृद्ध बनाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर सिर्फ बौद्ध धर्म के लिए ही नहीं, बल्कि हिन्दू, मुस्लिम, जैन और सिख धर्मों के लिए भी महत्वपूर्ण है। यहाँ के प्राचीन गर्म पानी के कुण्डों और अन्य धार्मिक स्थलों के विकास के साथ राजगीर का महत्व और बढ़ गया है। मलमास मेला, जिसमें लाखों श्रद्धालु आते हैं, के सफल आयोजन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी आवश्यक सुविधाएँ मुहैया कराई थीं।
नीतीश कुमार ने राजगीर में बनाए गए जू-सफारी, नेचर सफारी, और ग्लास ब्रिज के निर्माण को भी सराहा और कहा कि इनसे पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि पंच पहाड़ियों पर वृक्षारोपण से हरियाली बढ़ी है, जिससे पर्यावरण में सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यहाँ विकास के कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। सिख धर्म के शीतल कुण्ड गुरुद्वारा का भी विकास कराया गया है, जहाँ गुरु नानक देव जी पधारे थे।
समारोह में वाइस चेयरमैन, राजगीर बुद्ध विहार सोसायटी और चेयरमैन बोर्ड ऑफ डायरेक्टर सी.जी.सी. कंपनी लिमिटेड ऑफ जापान अत्शुहिरो होरीयुची ने भी समारोह को संबोधित किया। मुख्यमंत्री का स्वागत मोमेंटो एवं अंगवस्त्र भेंटकर किया गया। साथ ही, परम पावन दलाई लामा की ओर से भेजा गया उपहार मुख्यमंत्री को भेंट किया गया।
मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान विश्व शांति स्तूप की परिक्रमा की और भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रोप-वे के निकट नवनिर्मित एकीकृत भवन का शिलान्यास भी किया और स्वच्छ राजगीर अभियान की शुरुआत की।
इस अवसर पर जल संसाधन सह प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक कौशल किशोर, विधान पार्षद रीना देवी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, नालंदा जिला के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।