संजय कुमार
बिहारशरीफ । आज मंगलवार को नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने नगर पंचायत नालंदा अंतर्गत मुर्गीयाचक वार्ड नंबर 13 में डायरिया से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान, स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दूषित पानी पीने के कारण कुछ लोग डायरिया से पीड़ित हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर कैंप लगाकर मरीजों का इलाज कर रही है।
जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि प्रभावित क्षेत्र में घर-घर सर्वेक्षण सुनिश्चित करें और स्थिति सामान्य होने तक प्रभावितों के इलाज के लिए कैंप जारी रखें। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वास्थ्य विभाग डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में उपचार के लिए आवश्यक सभी उपाय करे।
जिलाधिकारी ने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता और नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को आपसी समन्वय से नल जल योजनाओं और चापाकलों के पानी स्रोतों का ब्लीचिंग पाउडर से शुद्धिकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने वॉटर लॉगिंग क्षेत्रों और नालों में भी ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव के साथ व्यापक स्तर पर सफाई अभियान चलाने का आदेश दिया।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने नल जल योजना की सभी पानी टंकियों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने और सभी चापाकलों तथा पानी टंकियों में ब्लीचिंग पाउडर का उपयोग कर शुद्धिकरण करने के निर्देश दिए, ताकि आम जनता को शुद्ध पानी मिल सके और वे स्वस्थ रह सकें।
निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) राजगीर को प्रभावित क्षेत्र की सतत निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, ताकि स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा जा सके और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, पीएचईडी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और अन्य स्थानीय लोग उपस्थित थे। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे पूरी तत्परता के साथ इस स्थिति को नियंत्रित करने और डायरिया के प्रकोप को रोकने के लिए कार्य करें।